नयी दिल्ली. मोदी सरकार ने उन लोगों को पाँच लाख रुपये नकद और प्रशस्ति-पत्र देने का वादा किया है जिन लोगों ने पांड्या के आउट होने के बाद भी अपना टीवी सेट बंद नहीं किया था, या चैनल चेंज नहीं किया था। मैच समाप्त होने के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद मीडिया के सामने आए और उन्होंने सरकार का यह फैसला पढ़कर सुनाया। मीडिया वालों को लगा था कि रविशंकर जी रॉबर्ट वाड्रा को कोसने आए हैं लेकिन क्रिकेट की बात करके उन्होंने सबको चौंका दिया।

मंत्री जी ने अपने चश्मे को ऊपर चढ़ाते हुए कहा कि, “पत्रकार मित्रों! जैसा कि आप जानते हैं कि अभी कुछ देर पहले ही भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया पहला T-20 मैच समाप्त हुआ है! कीवी टीम ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया था जिसे टीम इंडिया चेज नहीं कर पाई!”
“मित्रों! पांड्या के आउट होने के बाद ये लगभग फिक्स हो गया था कि टीम इंडिया हारने वाली है लेकिन हमें सूचना मिली है कि कुछ लोग ऐसे भी थे जो पांड्या के आउट होने के बाद भी टीवी के सामने चिपके हुए थे, उन्हें लगता था कि धोनी बीस बॉल में सौ रन ठोंक देंगे और टीम इंडिया जीत जाएगी! आशावादी होने की भी एक सीमा होती है मित्रों!”
“इसीलिए हमने इन लोगों को ‘अटल घोर-आशावादी योजना’ के तहत सम्मानित करने का फैसला किया है!” -मंत्री जी ने मुस्कुराते हुए कहा।
“ये बड़ा अटपटा पुरस्कार है, इसकी क्या जरूरत थी?” -ऐसा पूछे जाने पर मंत्री जी ने बताया कि, “दोस्तों! मैं इसे बदलते भारत की पहचान के रूप में देखना चाहता हूँ, हमारे देश का युवा आज जोश से भरा हुआ है, वो कभी हार नहीं मानता, इसी चक्कर में ऐसे कारनामे कर बैठता है!”
“आप को याद होगा कि कांग्रेस के जमाने में सचिन के आउट होने के बाद 90% टीवी बंद हो जाया करते थे! ये बदलाव नहीं तो और क्या है? बस, इसीलिए यह सम्मान राशि दी जा रही है!”
अगर आपने भी पांड्या के आउट होने के बाद अपना टीवी या ऑनलाइन स्ट्रीमिंग बंद नहीं किया था तो आप रविशंकर प्रसाद जी से संपर्क कर सकते हैं।