फ्लोरिडा मे खेले गए ऐतिहासिक मैच मे भारत वेस्ट इंडीज़ से मात्र एक रन से हार गया, इस नज़दीकी हार के बाद भारतीय खिलाड़ी थोड़े निराश दिखे. इसके उपरांत ड्रेसिंग रूम मे उनके बीच क्या क्या बात हुई, हमने अपने ख़ुफ़िया कैमरे से रेकॉर्ड कर ली. आगे पढ़ें उसी के कुछ अंश.

कोहली– चलो कोई नहीं यार, अच्छा खेले बस सैम्यूअलस ने हरवा दिया
धोनी– हाँ साला कैच पकड़ गया आख़िरी बॉल पे
कोहली– अरे नहीं वो नहीं, वो पहली बॉल पे आपका कैच छोड़ा उसने हारवा दिया, पकड़ लेता तो शायद जडेजा जिता देता
धोनी– साले सात समंदर पार से आया हूँ ये मैच खेलने, ये ताने सुनने?
रोहित– चलो कोई नहीं यार, इतना पास आए वो भी बहुत है, वरना अपने गेंदबाज़ों ने तो ऐसी तैसी करवा ही दी थी।
राहुल– हाँ, हम चौके छक्के मार मार थक गए लेकिन फिर भी एक रन कम रह गया, इन्होने इतने खाए कैसे?
कोहली– हाँ भाई बिन्नी,बता अब अपना राज़ राहुल को कि कैसे खाए इतने, आख़िर किस बात का ग़ुस्सा था यार हमसे?
बिन्नी– ग़लती मानता हूँ यार, वो एक वाइड बॉल जो मैंने डाली, वही हरवा गई
रोहित– वाइड? भाई वो बोरी भर के छक्के खाए उसका क्या?
बिन्नी– यार प्रैक्टिस पानी पिलवाने की कराते रहते हो और मैच में बोलिंग करवाने लग जाते हो तो ऐसा ही होगा
धोनी– चल तू अगले मैच में फिर पानी पिला लियो। छक्के खाने को पूरी फौज है अपने पास, सबने खाए पेट भर भर के आज
जडेजा– धोखा हो गया माही, हम गेल के लिए तैय्यारी कर के आए थे, इन्होने ये लुईस खिला दिया, कल देख लेंगे उसको अब
कोहली– कल का तो मैच जीतना पड़ेगा भाई, BCCI के पचास लोगों की टीम सर पर आ कर बैठी हुई है
धोनी– वो यहाँ कर क्या रहे हैं? साला अब तक ओलंपिक्स मे खिलाड़ियों से ज़्यादा अधिकारी जाते थे, अब क्रिकेट मे भी
कोहली– वो सब कह रहे हैं ना कि बाकी खेलों को भी क्रिकेट के बराबर समझो तो उन्होने कहा ये लो, क्रिकेट मे भी हम अधिकारियों की बारात भेज देते हैं
धोनी– चल उन सबकी लास वेगास की टिकट कटा कर आते हैं, और बाकी सब, मुँह धो के तैय्यार हो जाओ, कुंबले पाजी की फोटोग्राफी के लिए पोज़ करना है
(और फिर सभी खिलाड़ी धीरे धीरे बाहर की और निकल लेते हैं)